Youtuber Jyoti Malhotra Arrested: हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा पाकिस्तान के लिए जासूसी करते हुए गिरफ्तार

Youtuber Jyoti Malhotra Arrested: हरियाणा की रहने वाली यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। अब तक पंजाब के मलेरकोटला और हरियाणा से कुल 6 पाकिस्तानी जासूसों को पकड़ा जा चुका है। ज्योति मल्होत्रा के पकड़े जाने से यह साफ हो गया है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का गलत इस्तेमाल किस तरह से खुफिया कामों के लिए किया जा रहा है।
पाकिस्तानी अधिकारी से थी सीधी बातचीत
जांच एजेंसियों के मुताबिक ज्योति मल्होत्रा पाकिस्तान हाई कमीशन में काम करने वाले एक अधिकारी दानिश के संपर्क में थी। बताया जा रहा है कि दानिश ने ही ज्योति को पाकिस्तान भेजा था। वहां जाने के बाद उसने कुछ वीडियो और जानकारियां पाकिस्तान में शेयर कीं। ये जानकारी भारत की सुरक्षा से जुड़ी बेहद संवेदनशील और गोपनीय थीं। एजेंसियों को शक है कि वह लंबे समय से पाकिस्तान के लिए काम कर रही थी और उसे पैसे भी मिल रहे थे।
YouTuber Jyoti Malhotra has been arrested by Hisar Police in a high-profile espionage case. She was reportedly in contact with a Pakistani High Commission officer named Danish, who allegedly facilitated her visit to Pakistan. Jyoti, who runs a travel channel, is accused of… pic.twitter.com/MOUlupAM6f
— IANS (@ians_india) May 17, 2025
ट्रैवल चैनल के जरिए चल रही थी जासूसी की योजना
ज्योति मल्होत्रा एक ट्रैवल यूट्यूबर है और उसका खुद का चैनल है जिस पर वह भारत और विदेश की यात्राओं से जुड़े वीडियो डालती थी। इसी चैनल की आड़ में वह पाकिस्तान गई थी और वहां जाकर कई स्थानों की रिकॉर्डिंग की थी। शुरू में यह सामान्य यात्रा सी लग रही थी लेकिन बाद में जब उसके संपर्कों की जांच की गई तो सारा मामला सामने आ गया। उसका यूट्यूब चैनल अब एजेंसियों की निगरानी में है और उसके सभी डिजिटल डिवाइसेज़ की जांच की जा रही है।
पकड़ी गई पूरी जासूसी की चेन
इस गिरफ्तारी के साथ ही पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले पूरे नेटवर्क का खुलासा हो गया है। ज्योति मल्होत्रा से पहले मलेरकोटला और हरियाणा से 5 और जासूसों को गिरफ्तार किया जा चुका है। यह सभी लोग किसी न किसी रूप में पाकिस्तान से संपर्क में थे और भारत की जानकारियां वहां भेज रहे थे। एजेंसियां अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि इस नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल है और क्या किसी बड़े अधिकारी की मिलीभगत इसमें थी। इस घटना ने एक बार फिर यह साफ कर दिया है कि देश की सुरक्षा के लिए सोशल मीडिया पर निगरानी और भी सख्त किए जाने की जरूरत है।